Fact Check: पाकिस्तान के झूठ की खुली पोल, भारत की 70 फीसदी बिजली व्यवस्था ठप करने का दावा भी हुआ फुस्स
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Fact Check: हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालातों के बीच सोशल मीडिया पर एक सनसनीखेज दावा वायरल हुआ कि पाकिस्तानी हैकर्स ने भारत की 70 फीसदी बिजली आपूर्ति व्यवस्था को ठप कर दिया है. यह दावा एक पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल पर हुआ, जहां एंकरों ने गर्व से बताया कि उनके हैकर्स ने भारतीय पावर ग्रिड को बर्बाद कर दिया है. एक वायरल क्लिप में पाकिस्तानी महिला एंकर कहती है, “वो जो बच्चे लड़े हैं, हमारे हैकर्स लड़े हैं, मैं हैरान हूं.”

इसके बाद एक पुरुष पत्रकार कहता है, “उन्होंने तो बर्बाद कर दिया. वहां का 70% बिजली का सिस्टम हैक कर लिया आपने. वहां की मुख्य वेबसाइट्स भी हैक कर लीं. इससे ज़्यादा आप उनसे और क्या उम्मीद कर सकते हैं?” महिला एंकर आगे कहती है, “हमें नहीं पता था कि हम टेक्नोलॉजी में इतने एडवांस्ड हैं.”

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PIB फैक्ट चेक ने किया खुलासा: यह दावा पूरी तरह फर्जी

भारत सरकार की PIB Fact Check टीम ने इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है. उन्होंने अपने X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर इस वायरल फर्जी खबर को लेकर एक स्पष्टीकरण जारी किया, जिसमें लिखा था: "भारत की 70% बिजली व्यवस्था के ठप होने का दावा पूरी तरह फर्जी है."

PIB ने लिखा, " ध्यान दें: ऑनलाइन झूठा दावा! सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि पाकिस्तान द्वारा किए गए साइबर अटैक के कारण भारत की 70% बिजली व्यवस्था ठप हो गई है. यह दावा फर्जी है.

सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं

इस पोस्ट के बाद लोगों ने मजाकिया अंदाज में प्रतिक्रिया दी. एक यूजर ने लिखा, "अगर 10% भी ठप होता, तो वो भी बड़ी बात होती." दूसरे ने लिखा, "हमें धन्यवाद देना चाहिए उन लोगों को जो दिन-रात फर्जी प्रचार से लड़ रहे हैं." एक अन्य यूजर ने तंज कसते हुए कहा, "70% बिजली बंद है और हमारे शहर में पूरी बिजली है? ये हैंडल वाले तो बहुत झूठ बोलते हैं."

भारत-पाक संबंध और मौजूदा हालात

गौरतलब है कि 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में कई आतंकवादी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की थी. यह कदम 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में उठाया गया था, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे. इन घटनाओं के बाद दोनों देशों में तनाव चरम पर पहुंच गया था. हालांकि हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच एक सीजफायर समझौता भी हुआ है.

झूठी खबरों से रहें सावधान

यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि डिजिटल युग में फर्जी खबरें बहुत तेज़ी से फैलती हैं और भ्रम की स्थिति पैदा कर देती हैं. ऐसे में किसी भी खबर को आंख बंद करके मानने के बजाय सरकारी स्रोतों और प्रमाणिक फैक्ट-चेक प्लेटफॉर्म्स से पुष्टि करना बेहद जरूरी है.