Air India ने शुरू की Boeing 787 की सुरक्षा जांच, लंबी दूरी की फ्लाइट्स में हो सकती है देरी
Air India | PTI

अहमदाबाद-लंदन एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 के दर्दनाक हादसे के बाद, जिसमें 270 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, अब एयर इंडिया की बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की सख्त सुरक्षा जांच शुरू कर दी गई है. DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) के निर्देश पर एयर इंडिया यह एकमुश्त जांच करवा रही है, जिससे कुछ लंबी दूरी की उड़ानों में देरी की आशंका जताई गई है. एयर इंडिया ने साफ कहा है कि इन सुरक्षा जांचों के कारण कुछ उड़ानों में देरी हो सकती है, खासकर वे उड़ानें जो रात के समय प्रतिबंधित हवाईअड्डों (Operating Curfews) पर लैंड करती हैं.

यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति जरूर जांच लें. यात्रियों को किसी भी देरी के बारे में सूचित किया जाएगा.

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अब तक 9 विमानों की जांच पूरी

एयर इंडिया के पास कुल 33 बोइंग 787 विमान हैं. इनमें से 9 विमानों की जांच पूरी हो चुकी है, और शेष 24 की जांच भी तय समय सीमा में पूरी करने की तैयारी है.

किन बातों की जांच की जा रही है?

DGCA द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार, बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों में निम्नलिखित जांचें अनिवार्य की गई हैं: ईंधन प्रणाली और उससे जुड़े मॉनिटरिंग सिस्टम की जांच, केबिन एयर कंप्रेसर और संबंधित सिस्टम की समीक्षा, इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल सिस्टम टेस्ट, इंजन फ्यूल-ड्रिवन एक्टुएटर और ऑयल सिस्टम का परीक्षण, हाइड्रोलिक सिस्टम की कार्यक्षमता की जांच, टेक-ऑफ पैरामीटर्स की समीक्षा, पावर एश्योरेंस टेस्ट और फ्लाइट कंट्रोल इंस्पेक्शन (अगले दो हफ्तों में) इसके अलावा, पिछले 15 दिनों में सामने आई तकनीकी खराबियों को भी DGCA ने गंभीरता से लिया है और कहा है कि उनकी जांच और सुधार कार्य अनिवार्य रूप से पूरे किए जाएं.

यात्रियों की सुरक्षा है पहली प्राथमिकता

एयर इंडिया और DGCA दोनों ही यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि ऐसी कोई भी तकनीकी चूक न हो जिससे भविष्य में इस तरह की दुर्घटना दोहराई जाए. हालांकि इन निरीक्षणों से अस्थायी रूप से उड़ान संचालन प्रभावित हो सकता है, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा के लिए यह एक जरूरी कदम है.