VIDEO: 'दरवाजा खोलो...', मुंबई से दुबई जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट 5 घंटे लेट! गुस्साए यात्रियों ने काटा बवाल
Photo- Instagram/@udtapatang

Commotion in Air India Flight: मुंबई से दुबई जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI 909 के यात्री शनिवार को घंटों तक विमान में फंसे रहे, जिसके बाद यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा. घटना मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की है, जहां फ्लाइट को सुबह 8:25 बजे उड़ान भरनी थी, लेकिन तकनीकी खामी की वजह से ये फ्लाइट घंटों तक नहीं उड़ी. वायरल वीडियो में दिख रहा है कि यात्री फ्लाइट के अंदर हंगामा कर रहे हैं और क्रू मेंबर्स से दरवाजे खोलने की मांग कर रहे हैं.

यात्रियों ने एयर कंडीशनिंग काम नहीं करने की भी शिकायत की और कहा कि फ्लाइट के अंदर दम घुटने जैसी स्थिति हो गई थी. यात्रियों का कहना है कि क्रू मेंबर्स ने उन्हें राहत देने के लिए कोई कदम नहीं उठाया.

ये भी पढें: Wi-Fi in Air India flights: 1 जनवरी से एयर इंडिया की फ्लाइट में मिलेगी वाई-फाई की सुविधा, ऐसा करने वाली भारत की पहली एयरलाइन बनी

एयर इंडिया की फ्लाइट में हंगामा

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Tejasvi Anandkumar Soni (@udtapatang)

भारतीय एयरलाइंस पर उठे सवाल

'कैप्टन ने यात्रियों से बात नहीं की'

कई घंटों के इंतजार के बाद जब गुस्सा बढ़ा, तो यात्री चिल्लाने लगे. वीडियो में एक यात्री को ओवरहेड बिन को जोर से पीटते हुए देखा जा सकता है. इस दौरान कैप्टन ने फ्लाइट के अंदर से यात्रियों से कहा कि एयरप्लेन जैक को जोड़ना जरूरी है. हालांकि, कैप्टन खुद यात्रियों से बात करने बाहर नहीं आए. इसके कारण यात्रियों की नाराजगी और बढ़ गई. आखिरकार, यात्रियों को दोपहर करीब 1 बजे विमान से उतारा गया. फ्लाइट ट्रैकर के मुताबिक, विमान ने करीब शाम 4:32 बजे उड़ान भरी.

नेटिजन्स की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर इस घटना की कड़ी निंदा की जा रही है. एक यूजर ने लिखा कि भारतीय एयरलाइंस इतनी परेशानी में क्यों हैं? विमानन मंत्री कौन हैं? दूसरे यूजर ने कहा, 'यह भयानक अनुभव रहा. सुबह 8:25 बजे उड़ान भरने वाली फ्लाइट में 5 घंटे की देरी हुई, जबकि उसमें सवार यात्री (जिनमें छोटे बच्चे और बुजुर्ग) बिना एयर कंडीशन सिस्टम के घुटन महसूस कर रहे थे. फिर भी चालक दल ने उन्हें तब तक राहत नहीं दी.

एक अन्य यूजर ने कहा, 'टाटा के स्वामित्व वाली एयरलाइन से ऐसी उम्मीद नहीं थी. अब समय आ गया है कि विमानन मंत्रालय ऐसी घटनाओं से सख्ती से निपटे. यात्रियों को हमेशा क्यों परेशान किया जाए?