भारत में रह रहीं शेख हसीना के लिए बुरी खबर, बांग्लादेश में ढाटा कोर्ट ने 6 महीने जेल की सजा सुनाई
Sheikh Hasina

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. ढाका की एक अदालत ने उन्हें अदालत की अवमानना के एक मामले में 6 महीने की जेल की सजा सुनाई है. यह खबर The Dhaka Tribune जैसे स्थानीय मीडिया में छाई हुई है.

आखिर माजरा क्या है?

ढाका की इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल-1 ने यह फैसला सुनाया. इस ट्रिब्यूनल की बेंच की अगुवाई जस्टिस मोहम्मद गुलाम मुर्तुजा मोजुमदार कर रहे थे. उनके साथ दो और जज थे. शेख हसीना के अलावा, गैबांधा के गोविंदगंज के रहने वाले शकील अकंद बुलबुल को भी इसी मामले में दो महीने की सजा दी गई है. यह सजा इसलिए दी गई क्योंकि शेख हसीना और बुलबुल ने अदालत की अवमानना की. हालांकि, खबरों में यह साफ नहीं हुआ कि अवमानना का मामला ठीक-ठीक क्या था, लेकिन इतना तय है कि यह शेख हसीना के लिए बड़ा झटका है.

शेख हसीना का बांग्लादेश छोड़ना

शेख हसीना बांग्लादेश में अवामी लीग की नेता रही हैं. पिछले साल यानी अगस्त 2024 में बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए. इन प्रदर्शनों की वजह से उनकी सरकार गिर गई. हालात बिगड़ने के बाद शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा. वह भारत आ गईं और तब से नई दिल्ली में रह रही हैं. यह पहली बार है जब देश छोड़ने के बाद शेख हसीना को किसी मामले में सजा सुनाई गई है. इससे पहले वह कई विवादों में घिरी रही हैं, लेकिन सजा का यह मामला सुर्खियों में है.

क्या हो सकता है आगे?

शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं, इसलिए यह सजा तुरंत लागू होगी या नहीं, इस पर सवाल उठ रहे हैं. बांग्लादेश की मौजूदा सरकार और वहां की अदालतें इस मामले को कैसे आगे बढ़ाएंगी, यह देखना होगा. साथ ही, शेख हसीना के भारत में रहने की वजह से इस सजा का असर उनके राजनीतिक भविष्य पर भी पड़ सकता है.

आखिर क्यों चर्चा में है यह खबर?

शेख हसीना बांग्लादेश की सबसे चर्चित नेताओं में से एक हैं. उनकी पार्टी अवामी लीग का देश की सियासत में लंबा इतिहास रहा है. ऐसे में उनकी सजा की खबर न सिर्फ बांग्लादेश, बल्कि भारत और पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है. यह देखना बाकी है कि इस सजा का क्या असर होगा और शेख हसीना का अगला कदम क्या होगा. फिलहाल, यह मामला बांग्लादेश की सियासत में एक नया मोड़ ला सकता है.