Father's Day Speech 2025: पिता के संघर्ष, तप और त्याग’ पर एक इमोशनल स्पीच!

पिता के प्यार, त्याग और बलिदान को याद करते हुए उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए हर साल जून महीने की तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है. इस साल 15 जून 2025 को फादर्स डे यानी पितृ दिवस मनाया जा रहा है. इस अवसर पर आप पिता के संघर्ष, तप और त्याग पर एक इमोशनल स्पीच दे सकते हैं.

फादर्स डे 2025 (Photo Credits: File Image)

Father's Day Speech 2025: ‘आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, शिक्षकगण, सम्मानित अतिथियों और मेरे प्यारे साथियों,

‘आज इस मंच पर खड़े होकर मुझे एक ऐसे महान व्यक्ति के बारे में बोलने का अवसर मिल रहा है, जिनकी जीवन की कहानी किसी पुस्तक में नहीं, बल्कि हमारे दिल के पन्नों में अंकित है.. जी हां मैं अपने परम पूज्यनीय पिताजी के साथ गुजरी स्मृतियां आपसे शेयर कर रहा हूं.

पिताजी का संघर्ष! शब्दों में पिरोना संभव नहीं!

पिताजी ने अपने आराम, अपनी नींद, अपनी इच्छाओं, यहां तक कि अपनी सेहत तक को अंतिम सांसों तक दांव पर लगाया, सिर्फ इसलिए कि हम अच्छी जिंदगी जी सकें. समर्थवान बन सके. मुझे याद है, जब हम स्कूल में नई किताबों और नये यूनिफार्म की खुशबू से खुश हो जाते थे, तब वे अपने जूते के पुराने होने पर भी मुस्कुरा कर चुप हो जाते थे. हम नए कपड़े पहनकर दोस्तों से मिलने जाते थे, पिताजी वही पुरानी शर्ट पहनकर ऑफिस चले जाते थे, बिना शिकवा-शिकायत के.

वह हर सुबह अपनी थकान और तनाव को मुस्कान में बदलकर हमें अलविदा कहकर निकलते हैं, अकसर देर रात वापसी के कारण हमारी उनसे मुलाक़ात संभव नहीं हो पाती, क्योंकि तब हम चैन की गहरी नींद ले रहे होते थे. वे हमें देखकर संतोष की सांस लेते.

कभी कभी उनकी खामोशी हमें बेचैन करती, हमें लगता वे हमें प्यार नहीं करते! लेकिन यह सच नहीं था, दरअसल वे अपने प्यार और स्नेह का प्रदर्शन नहीं करते थे. वे अपने प्यार को निभाते थे. हर दिन खुद को खोते थे, ताकि हम खुद को पा सकें. यह भी पढ़ें: Father’s Day 2025: ‘पिता: रिश्तों की वह नींव, जो दिखाई नहीं देती’, लेकिन पुख्ता आत्मविश्वास का अहसास हर पल कराती है!

फादर्स डे सिर्फ एक दिन नहीं होता!

यह हर उस रात का नाम है, जब पिताजी ने हमारे सपनों को सच करने के लिए अपना सपना भूल जाना स्वीकार कर लिया.

पिताजी के संघर्ष, तप और त्याग पर कुछ कहने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं, लेकिन आज फादर्स डे पर, मैं एक बात जरूर कहना चाहूंगा. पिताजी, आपने मेरे लिए जितना किया है, मैं उसे कभी नहीं चुका सकता, भले ही मैं कितना ही समर्थवान बन जाऊं. मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं और आज दिल से ईश्वर को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने आपकी संतान बनने का गौरव मुझे प्रदान किया है. आप मेरी ताकत, मेरा गर्व, और मेरी प्रेरणा हैं.’

आप सभी उपस्थितजनों को फादर्स डे की अनंत शुभकामनाएं

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