
लॉस एंजेलेस में प्रदर्शन-दंगे के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने यहां नेशनल गार्ड को तैनात किया है. अमेरिकी रक्षा मंत्री ने विरोध ना थमने पर सैनिकों को तैनात करने की चेतावनी दी है. क्या राष्ट्रपति देश में सेना तैनात कर सकते हैं?अमेरिका के लॉस एंजेलेस शहर में माइग्रेंट्स की गिरफ्तारी के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए. यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (आईसीई) के अधिकारियों ने कई जगह छापेमारियां कीं. बड़ी संख्या में लोगों को हिरासत में लिया गया. आईसीई की कार्रवाई के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रदर्शन शुरू हो गए. 6 और 7 जून को संघीय आप्रवासन अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें भी हुईं.
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा है कि 'कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड' के 2,000 बलों को लॉस एंजेलेस में तैनात किया जाएगा. वाइट हाउस ने एक बयान में बताया कि ट्रंप ने इस संबंध में एक आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. लॉस एंजेलेस में बड़ी संख्या में आप्रावसी रहते हैं. 'वॉशिंगटन पोस्ट' के अनुसार, साल 2024 तक के आंकड़ों में शहर की 34 फीसदी आबादी इमिग्रेंट्स की है.
इस हफ्ते 6 जून से लॉस एंजेलेस में तनाव सुलगना शुरू हुआ. आईसीई के अधिकारियों ने शहर में कई जगहों पर छापेमारी की और लोगों को गिरफ्तार किया. इन कार्रवाईयों के विरोध में नाराजगी बढ़ी. लॉस एंजेलेस के पैरामाउंट शहर में स्थिति खासतौर पर गंभीर है. यहां काफी संख्या में लैटिनो आबादी रहती है.
छापेमारियों के दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हुए. उनकी अधिकारियों के साथ झड़प हुई. हालात हिंसक हो गए. प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की, पटाखे दागे. बॉर्डर पट्रोल की गाड़ियों पर पत्थरबाजी भी हुई. अधिकारियों ने भी प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की. प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि आईसीई प६ेटे को जन्म, देखें पहली तस्वीर">BREAKING: सिद्धू मूसेवाला के घर फिर गूंजी किलकारी, मां चरण कौर ने दिया बेटे को जन्म, देखें पहली तस्वीर