
PM Kisan 20th Installment: देशभर के किसानों को आर्थिक सहारा देने वाली प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में अब एक बड़ा रोड़ा सामने आया है. इस योजना के तहत किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की सहायता तीन किस्तों में दी जाती है. अगली किस्त जून में जारी होनी थी, लेकिन अब मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों में फर्जीवाड़े की वजह से ये रकम लटक सकती है. दरअसल, योजना की जांच में सामने आया है कि कई किसान दंपत्ति यानी पति-पत्नी दोनों ही इस योजना का लाभ ले रहे हैं, जो नियमों के बिल्कुल खिलाफ है.
सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, परिवार में एक ही व्यक्ति को इस योजना का लाभ मिलना चाहिए. अब ऐसे मामलों की जांच तेज कर दी गई है और जब तक जांच पूरी नहीं होती, इन किसानों को अगली किस्त नहीं दी जाएगी.
अपात्र किसानों की जांच शुरू
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को आदेश दिया है कि फर्जीवाड़े के मामलों की पहचान कर कार्रवाई की जाए. इसके बाद मध्यप्रदेश सरकार ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि जून से पहले सभी अपात्र किसानों की जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए. जिन किसानों ने गलत तरीके से लाभ लिया है, उनसे पैसे की वसूली की जाएगी. इस दौरान जब तक पैसा वापस नहीं आता, तब तक उन्हें अगली किस्त नहीं दी जाएगी.
सबसे बड़ी बात ये है कि जांच के बाद अगर पति-पत्नी दोनों ने लाभ लिया है, तो सिर्फ पत्नी के नाम पर भविष्य की किस्तें जारी की जाएंगी. लेकिन इसके लिए भी पहले से मिली अतिरिक्त रकम का समायोजन जरूरी होगा.
दस्तावेजों की जरूर करें जांच
इस फर्जीवाड़े ने न सिर्फ सरकार की मंशा को धक्का पहुंचाया है, बल्कि हजारों जरूरतमंद और पात्र किसानों को भी परेशानी में डाल दिया है. अब सवाल यह उठता है कि जब शुरुआत से ही यह नियम था कि एक ही परिवार को लाभ मिलेगा, तो यह चूक कैसे हुई? ऐसे में अगर आप भी पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी हैं, तो अपने आवेदन और दस्तावेजों को एक बार जरूर जांच लें.
सरकार अब इस योजना को पारदर्शी बनाने की दिशा में और सख्त कदम उठा रही है. ताकि किसी भी फर्जीवाड़े को रोका जा सके और सही व्यक्ति तक मदद पहुंच सके.